कंप्यूटर क्रैकिंग
मिटनिक ने अपने पहले कंप्यूटर नेटवर्क पर अनाधिकृत अधिकार 1979 मई 16 साल की उम्र में किया जब उसके एक दोस्त ने उसे आर्क के फोन नंबर दिए। यह एक कंप्यूटर सिस्टम था जिसका प्रयोग डिजिटल इक्वीपमेंट कॉर्पोरेशन अपने आर एस टी एस/इ (RSTS/इ) ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर को बनाने में करता था। उसने DEC के कंप्यूटर नेटवर्क को खोल लिया और डीईसी के कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की नक़ल कर ली। इस अपराध के लिए उसे 1988 में आरोपी और दोषी सिद्ध किया गया। इस अपराध के लिए उसे 12 महीने की जेल की सजा मिली और अगले 3 सालों तक उसकी जेल के बाहर निगरानी की गयी। जब उसका जेल के बाहर का निगरानी का समय समाप्त होने वाला था तब उसने पैसिफिक बैल नामक वॉइस मेल कंप्यूटर को हैक कर लिया। गिरफ्तारी का वारंट निकल जाने के बाद मिटनिक भाग खडा हुआ और अगले ढाई सालों के लिए भगोड़ा बन कर रहा।
यू.एस.डिपार्टमैंट ऑफ जस्टिस के अनुसार, जब मिटनिक भगोड़ा था तब उसने कई कंप्यूटर नेटवर्क पर अनाधिकृत अधिकार कर लिया। उसने अपने ठिकाने छुपाने के लिए क्लोन सैल फोन का इस्तेमाल किया और अन्य चोरियों के साथ साथ देश के कुछ सबसे बड़े सैल फोन और कंप्यूटर कंपनियों के महंगे ट्रेडमार्क युक्त सौफ्टवेयर को नक़ल करके चुरा लिया। मिटनिक ने कंप्यूटर के पासवर्ड चुराए, कंप्यूटर के नेटवर्क बदल दिए और लोगों के पासवर्ड चुरा कर उनके निजी मेल भी पढ़े। मिटनिक को फरवरी 1995 में उत्तरी केरोलिना में गिरफ्तार किया गया। उसके पास कई सारे क्लोन सैल फोन,100 से ज्यादा क्लोन फोन के पासवर्ड और कई सारे झूठे पहचान पत्र मिले।

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